मौसम बदल रहा है......
मौसम बदल रहा है...
ढलने लगी सांझ जल्दी
धुंधलका हो रहा है
मौसम बदल रहा है.......
क्वांर की गुलाबी ठण्ड
घुल रही बयार में,
रात आ जाती है जल्दी
देर से सवेरा हो रहा है
मौसम बदल रहा है.......
गर्म चाय की चुस्कियां
अब भाने लगी हैं
उतर आँगन में धूप,
गुनगुनाने लगी है
गुलाबी जाड़े का,
अहसास हो रहा है
मौसम बदल रहा है.....
बिकने लगे गोले ऊन के
दिखने लगी सलाइयाँ,
फंदों में लिपट के स्नेह,
स्वेटर बुन रहा है
मौसम बदल रहा है.....
खिल उठी बगिया मेरी
गुलाब भी खिलने लगे
रात में टपके मोती,
सुबह पत्तों पर मिलने लगे
अलसाया सूरज देर तक सो रहा है
मौसम बदल रहा है..........
- रोली
धन्यवाद यशवंत जी |
ReplyDeleteशानदार!
ReplyDeleteशुक्रिया समीर लाल जी ....
Deleteकल 05/10/2012 को आपकी यह खूबसूरत पोस्ट http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
ReplyDeleteधन्यवाद!
बहुत-बहुत शुक्रिया यशवंत जी.....
Deleteबदलते मौसम का गुनगुना सा अहसास छोड़ती ,सुन्दर रचना ...
ReplyDeleteधन्यवाद आपका |
Deleteबहुत सुन्दर ,प्यारी रचना..
ReplyDelete:-)
धन्यवाद रीना जी....
Deleteसच में मोसम बदल रहा है ,बहुत खूबसूरत रचना
ReplyDeleteशुक्रिया पूनम जी :)
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