एक याद....
एक याद
जो बेवक्त आ जाती है ....
एक याद
जो पल पल सताती है .....
तुम्हारी ख़ामोशी
हजारों अलफ़ाज़ लिए,
मेरी बातें
खामोश सा प्यार लिए,
रातों की
नींदे चुराती है .....
तुम्हारा स्पर्श
समेटे हुए हजारों चुम्बन,
मेरे चुम्बन
जन्मो का प्यार लिए,
तुम्हारी आँखें
छलकाते हुए प्यार के पैमाने,
मुझे जन्नत तक
ले जाती है......
एक याद
जो बेवक्त आ जाती है.......
- रोली
जो बेवक्त आ जाती है ....
एक याद
जो पल पल सताती है .....
तुम्हारी ख़ामोशी
हजारों अलफ़ाज़ लिए,
मेरी बातें
खामोश सा प्यार लिए,
रातों की
नींदे चुराती है .....
तुम्हारा स्पर्श
समेटे हुए हजारों चुम्बन,
मेरे चुम्बन
जन्मो का प्यार लिए,
तुम्हारी आँखें
छलकाते हुए प्यार के पैमाने,
मुझे जन्नत तक
ले जाती है......
एक याद
जो बेवक्त आ जाती है.......
- रोली
बहुत सुन्दर व भावपुर्ण अभिव्यक्ति....
ReplyDeleteबहुत भावपूर्ण प्रस्तुति...
ReplyDeleteबहुत-बहुत आभार श्री कैलाश शर्मा जी |
Deleteबहुत खुबसूरत एहसास पिरोये है अपने......
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद सुषमा जी |
Deleteपारिवारिक कार्यक्रम होने के कारण काफी दिन से ब्लॉग पर ना आ सकी |
ReplyDeleteआभार एवं धन्यवाद रचना के चयन के लिए |