लहू सर्द हो कर जम गया ......
कहने को हममे अब भी जान बाकी है 
सर कलम कर के वो ज़ालिम ले गए,
ना जाने अब कौन सा इम्तेहान बाकी है 

- रोली

( सीमा पर दो जवानों के सर काट दिए गए । सादर श्रृद्धांजलि )

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