मेरी ख़ामोशी को मेरी कमजोरी न समझना
बादलों जैसी मेरी फितरत नहीं गरजने की
मै वक़्त हूँ ..............बेआवाज़ चलता हूँ
गर बुरा हुआ तो मोहलत भी ना दूंगा संभलने की |
- रोली..
बादलों जैसी मेरी फितरत नहीं गरजने की
मै वक़्त हूँ ..............बेआवाज़ चलता हूँ
गर बुरा हुआ तो मोहलत भी ना दूंगा संभलने की |
- रोली..
Khamoshi apne aap mein ek bahut badi taqat hai...jab tootti hai toh tufaan aate hai..
ReplyDelete